आखिर कैसे बनी रूचि शर्मा डिप्टी कलेक्टर

जब परिंदों के हौसलो में शिद्दत होती है तो आसमान भी अपना कद झुकाने लगते है।

प्रत्येक प्रतियोगी परीक्षा कि तैयारी कर रहे युवाओ का ख्वाब होता है डिप्टी कलेक्टर बनना, और इसके लिए वे कई वर्षो से मेहनत भी करते रहते है उनमें से एक रूचि शर्मा भी थी । हमारे ग्रुप की सदस्य रही रूचि शर्मा मैडम ने द्वितीय प्रयास में छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में तीसरा स्थान हासिल कर अपना परचम लहरा दिया ।

ruchi sharma

अपने प्रथम प्रयास में रूचि शर्मा ने इंटरव्यू में जगह तो बना ली पर अफ़सोस उस वक़्त वो सफल नही हो पायी लेकिन द्वितीय प्रयास में ना सिर्फ राज्य सेवा आयोग कि परीक्षा में सफलता हासिल किया बल्कि तीसरा स्थान हासिल कर डिप्टी कलेक्टर बन हम सभी को गौरावन्तित भी किया।
जैसा नाम रूचि है वैसी ही उनको पढ़ाई में बहुत रूचि है.आप उनसे घंटो किसी विषय पर चर्चा कर ले वो कभी बोर नही होती .ग्रुप के अधिकांश सदस्यों को किसी प्रश्न के उत्तर में शंका होती तो रूचि ही उनका समाधान करती थी रूचि ने सभी विषयों पर गहन अध्ययन किया था ।

Ruchi sharma

कोई भी प्रतियोगी परीक्षा में हम तब तक सफल नही हो पाते जब तक हम गंभीर ना हो या दृढ़ संकल्पित ना हो, बड़े कोचिंग ज्वाइन कर लेना या घंटों बुक खोल के बैठने मात्र से परीक्षा में सफलता हासिल नही किया जा सकता।

जब हम कही जॉब करते है तो काम का एक निश्चित समय निर्धारित रहता है जैसे- 8 या 9 घंटे काम करना है ठीक उसी तरह पढ़ाई के लिए भी आपको टाइम टेबल निर्धारित करना जरुरी है। कभी आप 2 घंटे तो कभी 4 घंटे पढ़ते हो तो फिर पीएससी के सिलेबस को पूर्ण करना मुश्किल है ।।

रूचि शर्मा का सबसे बड़ा लक्ष्य था डिप्टी कलेक्टर बनना। वो जानती थी कि बनना उतना आसान नही है उसके लिए उन्होंने जी तोड़ मेहनत भी की और अंत में सफलता हासिल की।
रूचि बहुत ही व्यवहार कुशल और हेल्पिंग नेचर की भी है हमारे ग्रुप के कई सदस्य उनसे मुलाक़ात किए तो उन्होंने सफलता के फॉर्मूले भी बताए ।

सफलता प्राप्त करने के लिए कई ऐसे पहलु है जिनको जानना और फिर उसपे अमल करना बहुत जरूरी है।

उनके कुछ महत्वपूर्ण टिप्स है जो शेयर करता हूँ लोक सेवा आयोग जैसे कठिन परीक्षा में सबसे पहले आपको सिलेब्स को अच्छा से समझना है कि सिलेब्स में क्या कहाँ गया है, क्या क्या पूछेगा उसको ध्यान में रखकर तैयारी करे। प्रतिदिन दैनिक अखबारो में संपादकीय पेज आता है जिसको पढ़ना अति आवश्यक है जो निबन्ध के पेपर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है
आप प्रतिदिन इस पेज को पढ़े इससे आपके लेखन शैली में सुधार होगा और शब्दों के चयन के बारे में पता चलेगा आप प्रतिमाह प्रतियोगिता दर्पण भी पढ़े वो भी निबन्ध के लिए बहुत महत्वपूर्ण है । अख़बार पढ़ने और न्यूज़ चैनल देखने से आपको करंट अफ़ेयर प्रतिदिन मिलता है ।

AIR (आल इंडिया रेडियो न्यूज़) जिसमे देश-विदेश के दिन
भर के घटनाओ के बारे में आपको सुनने मिलता। प्रतिदिन सुने, प्रतिदिन AIR कुछ विशेषज्ञो के द्वारा किसी ख़ास विषय में चर्चा करवाता है जैसे नक्सलवाद, जीएसटी, भारत में चुनाव, मोदी जी के विदेश दौरे आदि जिसका ऑडियो सुनना परीक्षा दृष्टि से बहुत ज्यादा लाभदायी है । आप सभी इसकी आदत डाले ।

अगर आप प्रतिदिन संपादकीय पढ़ना और AIR न्यूज़ के ऑडियो सुनना चाहते है तो आप हमारे ग्रुप (Upsc pdf and audio material) में जुड़ सकते है डेली आपको अपडेट मिलते रहेगा।।

जितना हो सके लोक सेवा आयोग के पूर्व वर्षों के पेपर को सॉल्व करे कोचीग संस्थाओ द्वारा दिए गए मॉडल टेस्ट पेपर को सॉल्व करे इससे सफलता मिलने के आसार बढ़ नाते है । 2016 PSC में ऐसे कई सवाल पूछे गए है जो पिछले वर्षों में आ चूके है इसलिए पुराने पेपर को solve करके देखना बहुत जरुरी है।

रूचि शर्मा को सबसे महत्वपूर्ण बात (PSC के लिए) जो लगा वो था खुद का प्रतिदिन टेस्ट लेना ।रूचि मैडम सुबह जो भी पढ़ती थी उस विषय से सम्बंधित शाम को अपना टेस्ट लेती थी मतलब वो हर दिन शाम को book से सवाल निकाल कर टाइम निर्धारित कर psc पैटर्न में अपना टेस्ट लेती थी यही वजह है कि उनको किसी भी पेपर में टाइम की कमी नही हुई और प्रति दिन लिखने और टेस्ट पेपर से सफलता के काफी करीब पहुँच गई ।।

प्रतिदिन पढ़ने के लिए टाइम टेबल निर्धारित करना जरुरी है अगर टाइम टेबल निर्धारित नही रहेगा तो फिर एग्जाम टाइम तक सिलेबस पूर्ण करने में आपको दिक्कतो का सामना करना पड़ेगा सभी विषयो के छोटे छोटे महत्वपूर्ण नोट्स बना के रख ले ताकि परीक्षा के वक़्त एक नजर देख सके। ऊपर दिए गए सुझाव बहुत महत्वपूर्ण है।।

Ruchi sharma

By admin

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