छत्तीसगढ़ में अब तक कितने लोगो को पदम् पुरुस्कार मिल चूका है ?
भारत सरकार द्वारा हर साल विभिन्न क्षेत्रो में उत्कृष्ट कार्य करने वाले नागरिको को सम्मानित किया जाता है । सम्मान की बात करे तो भारत रत्न सबसे सर्वोच्च सम्मान होता है उसके बाद पदम् विभूषण, पदम् भूषण फिर पदम् श्री आते है । ये सभी सम्मान भारत सरकार द्वारा प्रतिवर्ष प्रदान किए जाते है ।पुरुस्कारों की बात करे तो छत्तीसगढ़ भी इन पुरुस्कारों को प्राप्त करने में पीछे नही रहा है ।यहाँ के कुल 26 नामचीन व्यक्तियो को अब तक पदमश्री पुरुस्कार मिल चूका है। उनमे भी श्रीमती तीजनबाई इकलौती है जिन्हें पदम श्री (1988),पदम विभूषण (2019) एवं पदम भूषण (2003) से सम्मानित किया गया है ।

। भारत सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ के किन- किन नामचीन व्यक्तियो को सम्मान से नवाज गया है, आइए इस लेख के माध्यम से जानते है ।
1965 से लेकर 2018 तक छत्तीसगढ़ में विभिन्न नामचीन व्यक्तियो को पदम् भूषण और पदम् श्री सम्मान दिया गया है । 2019 में पण्डवानी लोक गायिका कलाकार तीजन बाई को पदम विभूषण सम्मान से अलंकृत किया गया था । इससे पहले लोक कला के क्षेत्र में तीजन बाई को 1988 में पदम् श्री एवम् 2003 में पदम् भूषण सम्मान से अलंकृत किया जा चूका है ।। बस्तर के विलुप्त हो चुके पारंपरिक वाद्ययंत्रो के जरिए बस्तर बैंड तैयार कर देश भर में ख्याति दिलाने वाले अनूप रंजन पाण्डेय को 2019 में कला संगीत क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए पदम् श्री से सम्मानित किया गया ।
गुरु जी के नाम से मशहूर संगीत शिक्षक, गजल व् सूफी गायक मदन सिंह चौहान को 2020 में कला संगीत क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए पदम् श्री सम्मान से सम्मानित किया गया था ।
राज्य के प्रसिद्ध पंथी नर्तक डॉ राधेश्याम बारले को वर्ष 2021 में कला संगीत के क्षेत्र में पदम् श्री से सम्मानित किया गया ।
2023 में पण्डवानी गायिका उषा बारले को कला संगीत क्षेत्र में पदम् श्री सम्मान से सम्मानित किया गया ।
नाचा कला के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए डोमान सिंह कुँवर को कला जगत के क्षेत्र में पदम् श्री सम्मान से सम्मानित किया गया.
और 2023 में लकड़ी पर कलाकृति उकेरने वाले काष्ठ कलाकार अजय कुमार मण्डावी को 2023 में कला जगत के क्षेत्र में पदम् श्री सम्मान से सम्मानित किया गया ।
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