छत्तीसगढ़ के कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में ‘दुर्लभ नारंगी रंग का चमगादड़’ देखा गया
चर्चा में क्यों
छत्तीसगढ़ के बस्तर में कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के पराली बोडल गाँव में केले के बागान में ‘पेंटेड बैट’ के नाम से जाने वाला एक ‘दुर्लभ नारंगी रंग का चमगादड़’ देखा गया है।
मुख्य बिंदु
◾ इस पेंटेड बैट का वैज्ञानिक नाम ‘केरीवौला पिक्टा’ है I इस प्रजाति को वैश्विक स्तर पर विलुप्तप्राय की श्रेणी में रखा गया है।
◾ यह प्रजाति आमतौर पर बांग्लादेश, ब्रुनेई, बर्मा, कंबोडिया, चीन, इंडोनेशिया, मलेशिया, नेपाल, श्रीलंका, थाईलैंड और वियतनाम में पाई जाती है।
◾ भारत में यह चमगादड़ अब तक पश्चिमी घाट, केरल, महाराष्ट्र, ओडिशा और छत्तीसगढ़ की कांगेर घाटी में देखा गया है I
◾ पेंटेडे बैट की विशेषता चमकीले नारंगी और काले पंख, पीठ पर घने नारंगी फर और नीचे गर्म बफ है I
◾ भारत में चमगादड़ों की लगभग 131 प्रजातियां हैं और उनमें से 31 देश के मध्य भागों में पाई जाती हैं I
पशुपालन विभाग द्वारा विशेष अभियान
चर्चा में क्यों?
18 जनवरी, 2023 को छत्तीसगढ़ के कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह ने मंत्रालय महानदी भवन में आयोजित पशुपालन विभाग की समीक्षा बैठक में विभागीय अधिकारियों को गाँवों में बनाए गए गौठानों से गौ-मूत्र की खरीदी और मल्टीयुटीलिटी सेंटर सहित अन्य सुविधाओं को और मजबूत बनाने के उद्देश्य से एक फरवरी से विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिये।
प्रमुख बिंदु
• कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. कमलप्रीत सिंह ने कहा कि सभी गाँवों में पशुपालन विभाग के अधिकारी भ्रमण कर गौठानों में पशुओं के लिये डे-केयर की व्यवस्था, पशुओं के लिये चारे का प्रबंध सहित गौदानों के संचालन व्यवस्था का अवलोकन करेंगे।
• उन्होंने कहा कि मैदानी अमले द्वारा यह देखा जाए कि गौठानों में आने वाले पशुओं के लिये चारा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो। वे किसानों को पैरादान करने के लिये प्रेरित करें साथ ही दान किये गए पैरा को गौठान प्रबंधन समिति के माध्यम से गाँठानों तक पहुँचाना सुनिश्चित करें।
• डॉ. कमलप्रीत ने अधिकारियों से कहा कि देशी गायों के नस्ल सुधार से ही पशुओं की उत्पादकता में वृद्धि संभव हैं, अतः पशु नस्ल सुधार कार्य में आशातीत प्रगति लाई जाए। उन्होंने कहा कि राज्य डेयरी उद्यमिता विकास योजना अंतर्गत कलस्टर में मिल्क रूट पर डेयरी इकाईयाँ स्वीकृत करें।
मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर : कस्टम मिलिंग चावल उपार्जन में देश में अव्वल
चर्चा में क्यों?
18 जनवरी, 2023 को छत्तीसगढ़ जनसंपर्क विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मनेंद्रगढ़ – चिरमिरी- भरतपुर ज़िला कस्टम मिलिंग के चावल उपार्जन के मामले में प्रदेश में प्रथम स्थान पर है।
प्रमुख बिंदु
> जिले में इस साल 4,60,300 क्विंटल चावल उपार्जन के लक्ष्य के विरूद्ध अब तक 2,96,870 क्विंटल चावल का उपार्जन किया जा चुका है, जो कि कुल लक्ष्य का 49 प्रतिशत है।
जिले में धान खरीदी के साथ-साथ उपार्जित धान के उठाव एवं कस्टम मिलिंग का कार्य तेजी से कराया जा रहा है। सीमावर्ती जिला होने की वजह से सभी चेक पोस्ट पर मालवाहकों की सघन जाँच अनवरत रूप से जारी है।
• गौरतलब है कि मनेंद्रगढ़-चिरमिरी- भरतपुर जिले में 23 उपार्जन केंद्रो में कुल पंजीकृत 16,022 किसानों में से 18 जनवरी तक 13,066 किसानों से 6,56,681 क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है।
उपार्जित धान में से 5,27,263 क्विंटल धान का परिवहन राईस मिलरों के द्वारा किया जा चुका है, जो कि कुल खरीदी का 80 प्रतिशत है। जिले में धान खरीदी का कुल अनुमान 7,95,200 क्विंटल है।
गौरव गौर-लाटा पर्यटन स्थल
चर्चा में क्यों?
• 16 जनवरी 2023 को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य के बलरामपुर जिले के उत्तरी छोर पर स्थित सबसे ऊँची चोटी गौर-लाटा को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की घोषणा की है।
प्रमुख बिंदु
• मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि गौर-लाटा पर्यटन के लिहाज से अविश्वसनीय स्थान है। स्थानीय स्तर पर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये जिला प्रशासन द्वारा यहाँ लगातार प्रयास किया जा रहा था।
• विदित है कि 1225 मीटर ऊँची गौर-लाटा छत्तीसगढ़ की सबसे ऊँची चोटी है और भौगोलिक संरचना के अनुसार यह पाट प्रदेश से संबंधित है। इस चोटी से छत्तीसगढ़ और झारखंड की सीमा पर स्थित बड़े वन क्षेत्र की अद्भुत खूबसूरती नज़र आती है।
• इस पहाड़ी पर कई गुफाएँ और प्राकृतिक जलस्रोत भी हैं। वतर्मान में यह स्थान स्थानीय लोगों के पर्यटन के लिये पहली पसंद है, लेकिन अब पर्यटन स्थल क्षेत्र घोषित होने से यह क्षेत्र बेहतर रूप में उभरकर सामने आएगा।
• छत्तीसगढ़ की सबसे ऊँची चोटी गौर-लाटा की पहाड़ी फिलहाल स्थानीय पर्वतारोहियों के लिये ट्रैकिंग के लिये भी प्रसिद्ध है। यहाँ अक्सर प्रशासनिक टीम और स्थानीय ग्रुप्स क्षेत्र को विकसित करने का संदेश लेकर गौर-लाटा की चढ़ाई करते हैं। हालाँकि कठिन रास्तों के कारण पर्यटकों की अभी भी यहाँ से दूरी बनी हुई है।
‘राजीव गांधी रंजना ‘
चर्चा में क्यों?
• 17 जनवरी 2023 को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य के कोरबा जिले के कटघोरा विधानसभा के रंजना गाँव का नामकरण पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय राजीव गांधी के नाम पर राजीव गांधी रंजना के रूप में करने की घोषणा की ।
प्रमुख बिंदु
• ज्ञातव्य है कि पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी 13 जुलाई, 1985 में ग्राम रंजना आए थे। उनकी स्मृतियों को चिरस्थायी बनाने के लिये मुख्यमंत्री ने गांव का नामकरण उनके नाम पर करने की घोषणा की है।
• इसके अलावा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ग्राम रंजना में जिला सहकारी केंद्रीय बैंक की शाखा प्रारंभ करने, नगर पालिका दीपका एवं बांकी मोंगरा में स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल प्रारंभ करने, भिलाई बाज़ार में उप-तहसील प्रारंभ करने, कटघोरा में फॉर्मेसी महाविद्यालय की घोषणा की।
• इसी तरह उन्होंने शासकीय महाविद्यालय बांकी मोंगरा के भवन निर्माण, कृ षि विज्ञान केंद्र लखनपुर में कृषक प्रशिक्षण केंद्र भवन निर्माण, शासकीय हाईस्कूल बिरदा का उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में उन्नयन शासकीय महाविद्यालय दीपका का नामकरण शहीद मूलचंद कंवर के नाम पर करने, ग्राम तिवरता में दादा हीरा सिंह मरकाम की प्रतिमा स्थापना की भी घोषणा की
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छत्तीसगढ़ के कॉन्टिजेंट को 4 स्पर्धाओं में मिला ‘ए ग्रेड’
चर्चा में क्यों?
• 10 जनवरी 2023 को छत्तीसगढ़ के कॉन्टिजेंट ने राजस्थान के रोहट (पाली) में आयोजित भारत स्काउट्स एवं गाइड्स की 18वीं राष्ट्रीय जंबूरी में जोरदार उपस्थिति दर्ज कराते हुए चार प्रतियोगिताओं में ‘ए ग्रेड’ प्राप्त किया।
प्रमुख बिंदु
• राजस्थान के रोहट, पाली में 4 से 10 जनवरी तक आयोजित हुई राष्ट्रीय जंबूरी का शुभारंभ राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने किया था। छत्तीसगढ़ की प्रदर्शनी पूरे जंबूरी में आकर्षण का केंद्र बनी हुई थी। छत्तीसगढ़ के लड़कियों की सुरक्षा से जुड़े साइंस प्रोजेक्ट के प्रति भी लोगों ने काफी दिलचस्पी दिखाई।
• छत्तीसगढ़ कॉन्टिजेंट ने दो संयुक्त प्रतियोगिता राज्य प्रदर्शनी एवं एथनिक शो में ए ग्रेड प्राप्त किया। इन दोनों प्रतियोगिताओं में छत्तीसगढ़ की कला संस्कृति को प्रदर्शित किया गया था। इसी तरह स्काउट विंग ने मार्चपास्ट तथा गाइड विंग ने फिजिकल डिस्प्ले में ए ग्रेड’ प्राप्त किया।
• इसके साथ ही संयुक्त प्रतियोगिताओं में ग्लोबल डेवलपमेंट विलेज, कलर पार्टी पेजेंट शो, फूड प्लाजा, फोक डांस में ‘बी ग्रेडमिला । स्काउट विंग की स्पर्धा कैंप फायर व फिजिकल डिस्प्ले तथा गाइड विंग की स्पर्धा स्टेट गेट व रंगोली में भी बी ग्रेड हासिल हुआ।
🔴 चारभांठा (डोंगरगांव) में मिले मुगल कालीन आभूषण व सिक्के
🔺 खुदाई के दौरान मिले मुगल कालीन 65 चांदी के सिक्के, इस पर अरबी भाषा में लिखे हैं शब्द
🔺 पुरातत्व के डॉ. प्रतापचंद ने इसे अहमद शाह अब्दाली काल का सिक्का बताया और आगरा या कटक टकसाल में निर्मित सिक्का है।
🔺 इसके साथ ही ऐसे आभूषण भी मिले हैं जो नुकीले और धारदार हैं जिन्हें संभवतः हथियार के रूप में सुरक्षा के लिए उपयोग किया जाता रहा होगा जो कि मिले सभी सामग्रियों में अनूठा है।