नौकरी करते- करते पढ़ाई कर,इस खूबसूरत आफिसर ने ऐसे किया UPSC क्लियर-motivational story
UPSC की परीक्षा में हर साल लाखों युवा अपना भाग्य आजमाते है । लेकिन कुछ ही लोग इस परीक्षा में सफल हो पाते हैं देश के सबसे कठिन परीक्षाओ में एक UPSC भी है.इस लेख में हम आपको एक ऐसी छात्रा के बारे में बताने जा रहे हैं जो नौकरी करने के साथ- साथ केवल 2 दिन ही पढ़ाई की. उसके बाद, उन्होंने यूपीएससी का एग्जाम क्लियर औए अब बेहतरीन सफल अधिकारी हैं.
चंडीगढ़ से की पढ़ाई
आईआरएस देवयानी सिंह मूलतः चंडीगढ़ की रहने वाली हैं. देवयानी सिंह ने अपनी शुरुआती पढ़ाई चंडीगढ़ से की. 12वीं की तक की पढ़ाई पूरी करने के बाद घर वालो ने आगे की पढाई के लिए वर्ष 2014 में गोवा भेज दिया । यहां उन्होंने बीआईटी बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंस्ट्रूमेंटेशन इंजीनियरिंग कोर्स में ग्रेजुएशन किया ।जैसे ही ग्रेजुएशन पूरा हुआ देवयानी ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी. उनके तैयारी करने का तरीका काफी अलग था वो हफ्ते में सिर्फ शनिवार और रविवार को ही पढ़ाई करती थी. हफ्ते में सिर्फ 2 दिन पढ़ाई कर प्रतियोगी परीक्षा निकालना वो भी यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा को क्रैक कर उन्होंने मिसाल कायम कर दिया । उन्होंने बताया इस सफलता के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी .शुरुवात में कई बार इस परीक्षा में फेल भी हुईं.
चौथे प्रयास में मिली सफलता
बार- बार असफलता का मुंह देख देख कर देवयानी दुखी होती लगता की मेरे से नही हो पायेगा ।लेकिन सपना भी था कुछ बनने और कुछ करने का .इसके बावजूद, उन्होंने कभी हिम्मत नही हारी न हार मानी और लगातार कोशिश कर आगे बढ़ते रहीं. वर्ष 2015, 2016 और 2017 में उसने यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा दी लेकिन उसे क्लियर नहीं कर पाई. और अंततः चौथे प्रयास में मेहनत रंग लाया और उनका चयन हो गया । 2018 में उन्होंने 222वीं रैंक हासिल कर परीक्षा क्लियर की. परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद उन्हें ट्रेनिंग दिया गया फिर केंद्रीय लेखापरीक्षा विभाग में नियुक्त किया गया.
पहले 2 प्री एग्जाम भी नहीं हुआ क्वालीफाई।
वर्ष 2015 और 2016 में अपने प्रयास में देवयानी प्री तक क्वालीफाई नहीं कर पाई थी फिर भी आत्मविस्वास के साथ परीक्षा दी और साल 2017 में वे तीसरे प्रयास में इंटरव्यू तक पहुंचीं. लेकिन रिजल्ट निकला तो दुर्भाग्यवश उसमें उनका नाम नहीं था. देवयानी को समझ आ गया की अब थोड़ा और मेहनत करने से एग्जाम क्लियर हो सकता है वो इससे निराश नहीं हुईं बल्कि मेहनत की रफ़्तार को बढ़ा दी.
देवयानी ने नौकरी करते हुए की पढ़ाई
सेंट्रल ऑडिट डिपार्टमेंट में नौकरी कर रही थी काम का बोझ भी रहता था । यही वजह से पढ़ाई के लिए ज्यादा समय नहीं मिल रहा था. उन्होंने छुट्टी के दिन यानि शनिवार और रविवार को सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने का निर्णय लिया . आख़िरकार उनकी मेहनत का नतीजा रहा कि वर्ष 2019 में अपने चौथे प्रयास में देवयानी का यूपीएससी में चयन हुआ. वर्तमान में देवयानी भारतीय राजस्व सेवा के पद पर तैनात हैं सरकार ने उनके कार्यो की कई बार सराहना भी की है ।
देवयानी युवाओ को कहती है कि जब आप सपने बड़े देखते है तो उन्हें पूरा करने में तकलीफे भी बड़ी ही आएगी ।हमेशा समय आपके पक्ष में नही होगा विषम परिस्थितियों में मेहनत करना ही आपकी सफलता की गारंटी है ।।
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