
1. कालीबंगा क्यों प्रसिद्ध है?
कालीबंगा राजस्थान स्थित एक सिंधु घाटी सभ्यता का पुरातात्विक स्थल है, जहाँ अग्निकुंड, हड्डियों से बनी वस्तुएँ और कृषि के प्राचीन प्रमाण मिले हैं।
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2. चम्पारण आंदोलन में गाँधीजी की भूमिका
1917 में गाँधीजी ने नील किसानों की समस्याओं को उठाया, सत्याग्रह का नेतृत्व किया और ब्रिटिश सरकार को मजबूर किया कि वह किसानों की माँगें माने।
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3. सुरक्षा नलिका सिद्धांत क्या है?
यह सिद्धांत कहता है कि यूरोपीय देशों ने भारत को केवल कच्चे माल के स्रोत और तैयार माल के बाजार के रूप में प्रयोग किया, जिससे भारत का औद्योगिक विकास रुका।
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4. धन बहिर्गमन सिद्धांत
दादाभाई नैरोजी ने यह सिद्धांत दिया, जिसके अनुसार ब्रिटिश शासन भारत से धन निकालकर इंग्लैंड भेजता था, जिससे भारत की आर्थिक हानि होती थी।
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5. तीनकठिया प्रथा क्या थी?
बिहार में नील की खेती की यह प्रथा थी, जिसमें किसानों को अपनी ज़मीन के एक तिहाई हिस्से में जबरन नील बोनी पड़ती थी।
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6. तुगलुमा पद्धति से आप क्या समझते हैं?
यह विजयनगर साम्राज्य की सैन्य प्रणाली थी, जिसमें सेना को तीन टुकड़ों में बाँटा जाता था, जिससे रणनीतिक लचीलापन और युद्ध में नियंत्रण मिलता था।
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7. वेवेल प्लान क्या था?
1945 में लॉर्ड वेवेल द्वारा प्रस्तुत योजना थी, जिसमें कार्यकारी परिषद में भारतीयों को शामिल करना और मुस्लिम लीग को बराबरी देने की बात थी।
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8. राष्ट्रवाद से क्या आशय है?
राष्ट्रवाद वह भावना है जिसमें व्यक्ति अपने राष्ट्र की स्वतंत्रता, एकता और संस्कृति के प्रति समर्पण और गर्व अनुभव करता है।
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9. सती प्रथा के तत्व जो बर्नियर का ध्यान खींचे
बर्नियर को स्त्रियों का आत्मदाह, समाज का दबाव और धार्मिक विश्वास आश्चर्यचकित करता था। उसने इसे अमानवीय और क्रूर बताया।
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10. कांग्रेस की स्थापना क्यों हुई?
1885 में कांग्रेस की स्थापना ब्रिटिश सरकार से भारतीयों के हितों की रक्षा, राजनीतिक सुधार और राष्ट्रीय एकता के लिए की गई।
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11. बंगाल विभाजन के तात्कालिक कारण
1905 में बंगाल को धार्मिक आधार पर बाँटा गया, जिससे मुस्लिम-हिंदू एकता कमजोर हो और प्रशासनिक सुविधा बढ़ाई जाए – यही ब्रिटिश तर्क था।
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12. भारत विभाजन की शर्तें
भारत-पाक विभाजन माउंटबेटन योजना 1947 के अनुसार हुआ। शर्तें: बहुमत के आधार पर सीमांकन, रियासतों की स्वतंत्रता, संपत्ति, सेना और पानी का बँटवारा।
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13. बंदगां किसे कहा जाता था?
मध्यकालीन भारत में बंदगां वे दास थे जिन्हें मुस्लिम सुल्तानों ने प्रशिक्षण देकर उच्च प्रशासनिक और सैन्य पदों पर नियुक्त किया।
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14. खराज किसे कहा जाता था?
खराज मुस्लिम शासन में गैर-मुस्लिम किसानों से वसूला जाने वाला भूमि कर था, जो कृषि उत्पादन पर आधारित होता था।
(शब्द सीमा 30, अंक 2)
1. भारतीय संविधान की प्रमुख विशेषताएँ
भारत का संविधान लिखित, संघात्मक, लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष, लचीला व कठोर, मूल अधिकारों व कर्तव्यों से युक्त, स्वतंत्र न्यायपालिका और सामाजिक-आर्थिक न्याय की अवधारणा से परिपूर्ण है।
2. संविधान सभा का गठन व कार्य
1946 में संविधान सभा की स्थापना हुई। इसने संविधान का निर्माण किया, नागरिक अधिकारों व प्रशासनिक ढांचे को परिभाषित किया और लोकतांत्रिक ढांचा तय किया।
3. मौलिक अधिकार व मूल कर्तव्य में अंतर
मौलिक अधिकार नागरिकों को सुरक्षा देते हैं जबकि मूल कर्तव्य नागरिकों की जिम्मेदारी हैं। अधिकार न्यायपालिका से संरक्षित हैं, कर्तव्य गैर-न्यायिक हैं।
4. धर्मनिरपेक्षता की भारतीय अवधारणा
राज्य सभी धर्मों का समान सम्मान करता है, किसी विशेष धर्म को नहीं बढ़ावा देता और धार्मिक स्वतंत्रता की गारंटी देता है।
5. प्रस्तावना का महत्व व विशेषताएँ
यह संविधान की आत्मा है, जिसमें भारत को लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष, समाजवादी गणराज्य घोषित किया गया है। यह उद्देश्य, लक्ष्य व मूल भावनाएँ बताती है।
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(शब्द सीमा 60, अंक 4)
6. संघीय व्यवस्था और उसकी विशेषताएँ
भारत में शक्ति का बंटवारा केंद्र और राज्यों में किया गया है। संविधान में तीन सूचियाँ (संघ, राज्य, समवर्ती) हैं। एकल नागरिकता, एक संविधान लेकिन प्रशासन में विकेंद्रीकरण इसकी विशेषताएँ हैं।
7. पंचायती राज व्यवस्था का महत्व व सुधार
73वें संशोधन से त्रिस्तरीय पंचायती राज लागू हुआ। यह ग्रामीण विकास, जनभागीदारी, महिलाओं और वंचित वर्ग को राजनीतिक अधिकार देने में सहायक है। वित्तीय व कार्यात्मक स्वायत्तता बढ़ाई गई।
8. न्यायपालिका की स्वतंत्रता व महत्व
न्यायपालिका कार्यपालिका व विधायिका से स्वतंत्र है। यह संविधान की संरक्षक है, नागरिकों के अधिकारों की रक्षक है और कानून का शासन सुनिश्चित करती है। यह लोकतंत्र की रीढ़ है।
9. संसद व राज्य विधानमंडल की तुलना
संसद केंद्र का सर्वोच्च विधायी निकाय है, जिसमें राष्ट्रपति, लोकसभा, राज्यसभा होते हैं। राज्य विधानमंडल में विधानसभा व कहीं विधान परिषद होती है। संसद व्यापक विषयों पर कानून बनाती है।
10. समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतांत्रिक शब्दों का महत्व
समाजवादी – सामाजिक व आर्थिक समानता;
धर्मनिरपेक्ष – धार्मिक स्वतंत्रता;
लोकतांत्रिक – जनता का शासन, चुनाव द्वारा सत्ता चयन। ये संविधान के मूल स्तंभ हैं।
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(शब्द सीमा 100, अंक 8)
11. संविधान में प्रमुख संशोधन व लोकतंत्र पर प्रभाव
42वाँ संशोधन (1976) – समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष शब्द जोड़े गए, मूल कर्तव्य जोड़े गए।
44वाँ – आपातकालीन शक्तियाँ सीमित हुईं।
73वाँ/74वाँ – स्थानीय शासन को संवैधानिक मान्यता मिली।
86वाँ – शिक्षा को मौलिक अधिकार बनाया गया।
इन संशोधनों से लोकतंत्र सशक्त, भागीदारी आधारित और समावेशी बना।
12. मौलिक अधिकार: अधिकार और उत्तरदायित्व
मौलिक अधिकार नागरिकों को स्वतंत्रता व सुरक्षा देते हैं, लेकिन इनका प्रयोग सामाजिक हित में होना चाहिए। जैसे – बोलने की स्वतंत्रता है, पर यह नफरत फैलाने के लिए नहीं है। अधिकारों के साथ कर्तव्यों का पालन अनिवार्य है।
13. केंद्र-राज्य शक्ति विभाजन
संविधान तीन सूचियाँ देता है:
संघ सूची (सुरक्षा, विदेश नीति) – केंद्र
राज्य सूची (पुलिस, कृषि) – राज्य
समवर्ती सूची (शिक्षा, जंगल) – दोनों
विवाद होने पर केंद्र का कानून प्रभावी होता है।
14. भारतीय संविधान: एक जीवित दस्तावेज
संविधान समयानुकूल संशोधित होता है। सामाजिक परिवर्तन, न्यायिक व्याख्या और संसद के संशोधन इसे लचीला बनाते हैं। इसमें स्थायित्व के साथ अनुकूलनशीलता है, जो इसे जीवित दस्तावेज बनाता है।
15. समानता के अधिकार का महत्व
अनुच्छेद 14–18 में सभी नागरिकों को कानून के समक्ष समानता, अवसरों की समानता, छुआछूत का अंत और उपाधियों की समाप्ति का अधिकार है। आरक्षण इसका एक उदाहरण है जो सामाजिक न्याय सुनिश्चित करता है।
1. सिंधु घाटी सभ्यता की प्रमुख विशेषताएँ क्या थीं? (2 अंक, ~30 शब्द)
नगर नियोजन, जल निकासी प्रणाली, पक्के ईंटों के घर, व्यापारिक संस्कृति, लिपि, और कृषि आधारित जीवन इसकी विशेषताएँ थीं। यह विश्व की प्राचीनतम नगरी सभ्यताओं में एक है।
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2. वैदिक और उत्तर वैदिक सभ्यता में मुख्य अंतर (2 अंक, ~30 शब्द)
वैदिक काल में मुख्य रूप से गाय, कृषि व देवताओं की पूजा प्रमुख थी; उत्तर वैदिक काल में वर्ण व्यवस्था कठोर हुई और धार्मिक अनुष्ठान व दार्शनिक विचारों का विकास हुआ।
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3. मौर्य साम्राज्य के प्रशासनिक ढांचे की विशेषताएँ (2 अंक, ~30 शब्द)
मौर्य प्रशासन केंद्रीकृत था। राजा सर्वोच्च था। मंत्रीपरिषद, न्याय व्यवस्था, जासूसी तंत्र और नगर/जनपदों का सुव्यवस्थित शासन तंत्र था।
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4. अशोक की धर्म विजय नीति का महत्व (2 अंक, ~30 शब्द)
कलिंग युद्ध के बाद अशोक ने हिंसा त्याग दी। उसने बौद्ध धर्म अपनाया और नैतिकता, अहिंसा, धार्मिक सहिष्णुता और जनता की भलाई को बढ़ावा दिया।
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5. गुप्त काल को स्वर्ण युग क्यों कहा जाता है? (2 अंक, ~30 शब्द)
इस काल में विज्ञान, गणित, कला, साहित्य और संस्कृति में अपूर्व उन्नति हुई। आर्यभट्ट, कालिदास जैसे विद्वान इसी काल के हैं।
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6. दिल्ली सल्तनत के प्रशासन की विशेषताएँ (2 अंक, ~30 शब्द)
सुल्तान सर्वोच्च था। दीवान-ए-वज़ीर, दीवान-ए-अर्श, मुकद्दम व शिखदार आदि पदाधिकारी थे। भूमि कर प्रमुख राजस्व स्रोत था।
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7. विजयनगर साम्राज्य के उत्कर्ष के कारण (2 अंक, ~30 शब्द)
सशक्त प्रशासन, कृषि एवं व्यापार का विकास, धार्मिक सहिष्णुता और मजबूत सेना विजयनगर साम्राज्य के उत्कर्ष के प्रमुख कारण थे।
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8. मुगल साम्राज्य में मनसबदारी व्यवस्था (2 अंक, ~30 शब्द)
मनसबदारी एक सैन्य-प्रशासनिक व्यवस्था थी जिसमें अधिकारी को रैंक (मनसब) के आधार पर वेतन व सैन्य बल दिया जाता था।
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9. अकबर की धार्मिक नीति (4 अंक, ~60 शब्द)
अकबर ने धार्मिक सहिष्णुता को अपनाया। जजिया कर समाप्त किया, विभिन्न धर्मों के विद्वानों से संवाद किया, ‘दीन-ए-इलाही’ धर्म की स्थापना की। उसकी नीति ने साम्प्रदायिक सौहार्द को बढ़ावा दिया।
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10. शिवाजी का योगदान (2 अंक, ~30 शब्द)
शिवाजी ने मराठा साम्राज्य की नींव रखी, छापामार युद्ध नीति अपनाई, मजबूत प्रशासन, स्वतंत्र न्याय और स्वराज्य की अवधारणा प्रस्तुत की।
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11. प्लासी युद्ध का महत्व (4 अंक, ~60 शब्द)
1757 की प्लासी लड़ाई में अंग्रेजों ने सिराजुद्दौला को हराया। यह ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की भारत में राजनीतिक सत्ता की शुरुआत का प्रतीक बनी।
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12. 1857 के विद्रोह के कारण (2 अंक, ~30 शब्द)
कारण: राजनीतिक विलय नीति, सैनिक असंतोष, धार्मिक हस्तक्षेप, आर्थिक शोषण, व नई कारतूसों का अपमानजनक प्रयोग।
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13. कांग्रेस स्थापना की पृष्ठभूमि (4 अंक, ~60 शब्द)
बंगाल पुनर्जागरण, अंग्रेजों की भेदभावपूर्ण नीति, प्रेस/शिक्षा का प्रभाव, भारतीय यूनिवर्सिटीज़ एक्ट व एलन ऑक्टेवियन ह्यूम की पहल से 1885 में कांग्रेस की स्थापना हुई।
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14. स्वदेशी व बहिष्कार आंदोलन के उद्देश्य (4 अंक, ~60 शब्द)
1905 के बंगाल विभाजन के विरोध में यह आंदोलन चला। उद्देश्य विदेशी वस्त्रों का बहिष्कार, स्वदेशी उद्योगों को प्रोत्साहन, राष्ट्रीय एकता और आत्मनिर्भरता का निर्माण था।
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15. असहयोग आंदोलन और प्रभाव (8 अंक, ~100 शब्द)
1919 के रॉलेक्ट एक्ट और 1919 के जलियाँवाला बाग हत्याकांड से गांधीजी ने अंग्रेजों से असहयोग का आह्वान किया। सरकारी नौकरी, शिक्षा, न्यायालय व विदेशी वस्त्रों का बहिष्कार किया गया। आंदोलन में व्यापक जनभागीदारी हुई, परंतु 1922 में चौरी-चौरा कांड के बाद गांधीजी ने आंदोलन स्थगित कर दिया। इससे स्वतंत्रता संग्राम को जन आंदोलन का रूप मिला।
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16. सविनय अवज्ञा आंदोलन की विशेषताएँ (4 अंक, ~60 शब्द)
1930 में गांधीजी के नमक सत्याग्रह से प्रारंभ हुआ। अंग्रेजी कानूनों का उल्लंघन, कर न देना, महिला भागीदारी, व्यापक गिरफ्तारी इसकी विशेषताएँ थीं। यह जनता को जागरूक करने में सफल रहा।
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17. भारत छोड़ो आंदोलन की पृष्ठभूमि व परिणाम (4 अंक, ~60 शब्द)
द्वितीय विश्व युद्ध में भारत को बिना पूछे शामिल करना, क्रिप्स मिशन की असफलता कारण बने। 1942 में ‘करो या मरो’ नारा दिया गया। आंदोलन दबा दिया गया, परंतु इससे स्वतंत्रता की दिशा तेज हुई।
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18. माउंटबेटन योजना और स्वतंत्रता में योगदान (4 अंक, ~60 शब्द)
3 जून 1947 को माउंटबेटन योजना के अंतर्गत भारत-पाक विभाजन, रियासतों को स्वतंत्रता या भारत-पाक में विलय का विकल्प मिला। यह स्वतंत्रता का मार्ग प्रशस्त करने वाली योजना थी।
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19. भारत विभाजन के कारण (4 अंक, ~60 शब्द)
धार्मिक असहिष्णुता, मुस्लिम लीग की मांग, दंगे, जिन्ना की दो-राष्ट्र सिद्धांत, और अंग्रेजों की ‘फूट डालो और राज करो’ नीति विभाजन के प्रमुख कारण थे।
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20. संविधान निर्माण में डॉ. अंबेडकर की भूमिका (4 अंक, ~60 शब्द)
डॉ. भीमराव अंबेडकर संविधान मसौदा समिति के अध्यक्ष थे। उन्होंने समानता, स्वतंत्रता, धर्मनिरपेक्षता, दलित अधिकारों, आरक्षण नीति और न्याय प्रणाली के सिद्धांतों को संविधान में शामिल किया।
1. भारत की प्रमुख मिट्टियों के प्रकार एवं उनकी कृषि उपयोगिता का मूल्यांकन (2 अंक)
भारत में प्रमुख मिट्टियाँ: जलोढ़, काली, लाल, लेटराइट, मरुस्थलीय व पर्वतीय। जलोढ़ में गेहूँ-चावल, काली में कपास, लाल में मोटे अनाज, लेटराइट में चाय, पर्वतीय में बागवानी होती है।
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2. हिमालयी और प्रायद्वीपीय नदियों में भेद (2 अंक)
हिमालयी नदियाँ सदानीरा, बर्फ-ग्लेशियर आधारित हैं (गंगा, सिंधु)। प्रायद्वीपीय नदियाँ वर्षा पर निर्भर और ऋतु आधारित हैं (गोदावरी, नर्मदा)।
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3. भारत की जलवायु की विशेषताएँ और मौसमी हवाओं का प्रभाव (2 अंक)
भारत में उष्णकटिबंधीय मानसूनी जलवायु है। दक्षिण-पश्चिम मानसून से वर्षा होती है; शीत ऋतु में पश्चिमी विक्षोभ प्रभाव डालते हैं।
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4. भारत में मिट्टियों का वितरण और कृषि महत्व (4 अंक)
जलोढ़ मिट्टी गंगा-ब्रह्मपुत्र घाटी में, काली मिट्टी दक्कन पठार में, लाल दक्षिणी व पूर्वी भारत में, लेटराइट तटीय क्षेत्रों में पाई जाती हैं। इनकी उर्वरता विभिन्न फसलों की उत्पादकता को प्रभावित करती है।
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5. प्रमुख प्राकृतिक आपदाएँ और निवारण उपाय (4 अंक)
भूकंप प्लेट विवर्तनिकी के कारण, चक्रवात बंगाल और अरब सागर से, बाढ़ अत्यधिक वर्षा से होती हैं। निवारण हेतु: पूर्व चेतावनी प्रणाली, आपदा प्रबंधन योजना, सुरक्षित निर्माण, वृक्षारोपण, जनजागरूकता आवश्यक है।
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6. भारतीय वन नीति की विशेषताएँ और महत्व (4 अंक)
1988 की नीति वन संरक्षण, जैव विविधता और आदिवासी हितों पर केंद्रित है। इसका उद्देश्य 33% भूमि क्षेत्र को वनों से आच्छादित करना है। यह पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने में सहायक है।
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7. वनस्पति वितरण और संरक्षण प्रयास (2 अंक)
उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन पश्चिमी घाट में, पर्णपाती वन मध्य भारत में, मरुस्थलीय वन राजस्थान में पाए जाते हैं। संरक्षण हेतु राष्ट्रीय उद्यान, वन्यजीव अभयारण्य, जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र बनाए गए हैं।
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8. जनसंख्या वृद्धि के कारण और प्रभाव (4 अंक)
कारण: स्वास्थ्य सुविधा, जन्म दर अधिक, शिक्षा की कमी। प्रभाव: बेरोजगारी, आवास संकट, पर्यावरणीय क्षरण, संसाधनों पर दबाव। समाधान: जनसंख्या नियंत्रण नीति, जागरूकता, महिला सशक्तिकरण।
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9. खाद्यान्न, दलहन, तिलहन वितरण व उत्पादन (2 अंक)
धान-पूर्व भारत, गेहूँ-पंजाब-यूपी, दलहन-मध्य भारत, तिलहन-महाराष्ट्र, एमपी में होता है। इनका वितरण जलवायु और मिट्टी के अनुसार होता है।
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10. हरित क्रांति की उपलब्धियाँ और चुनौतियाँ (4 अंक)
उपलब्धियाँ: खाद्यान्न उत्पादन वृद्धि, खाद-बीज उपयोग, सिंचाई विस्तार। चुनौतियाँ: क्षेत्रीय असमानता, पर्यावरणीय हानि, मृदा क्षरण, छोटे किसानों को सीमित लाभ। हरित क्रांति का दूसरा चरण अधिक समावेशी होना चाहिए।
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11. सिंचाई साधनों का विस्तार और कृषि में भूमिका (4 अंक)
नहर, कुएँ, ट्यूबवेल, वर्षा जल संचयन भारत में प्रमुख सिंचाई साधन हैं। इनसे कृषि उत्पादन में वृद्धि, फसल विविधता और बहुफसलीकरण संभव हुआ। आधुनिक तकनीक का उपयोग बढ़ाया जा रहा है।
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12. कृषि आधुनिकीकरण की आवश्यकता व समस्याएँ (4 अंक)
आवश्यकता: उत्पादन वृद्धि, वैश्विक प्रतिस्पर्धा, किसान आय वृद्धि। समस्याएँ: तकनीकी ज्ञान की कमी, पूंजी अभाव, सिंचाई सीमाएँ, विपणन ढांचा कमजोर। समाधान: प्रशिक्षण, सरकारी सहयोग, MSP सुधार।
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13. प्रमुख खनिज भंडारों का वितरण व आर्थिक महत्व (8 अंक)
कोयला-झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़; लौह अयस्क-ओडिशा, झारखंड; बॉक्साइट-मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र में है। ये खनिज ऊर्जा, इस्पात व एल्युमिनियम उद्योग के लिए आधार हैं और निर्यात से राजस्व मिलता है।
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14. ऊर्जा संसाधनों की उपलब्धता व चुनौतियाँ (4 अंक)
कोयला, तेल पारंपरिक स्रोत हैं; सौर, पवन, बायोगैस गैर-पारंपरिक। पारंपरिक संसाधनों पर निर्भरता, पर्यावरणीय क्षति और नवीनीकरण की धीमी गति प्रमुख चुनौती है।
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15. सौर, पवन और परमाणु ऊर्जा की संभावनाएँ (4 अंक)
भारत सौर ऊर्जा में अग्रणी है, विशेषकर राजस्थान, गुजरात में। पवन ऊर्जा तमिलनाडु, महाराष्ट्र में। परमाणु ऊर्जा सुरक्षित नीति और तकनीकी निवेश पर निर्भर है। सतत ऊर्जा के लिए इनकी भूमिका महत्त्वपूर्ण है।
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16. औद्योगिक विकास की पृष्ठभूमि और वर्तमान स्वरूप (4 अंक)
औद्योगीकरण का प्रारंभ ब्रिटिश काल में हुआ, स्वतंत्रता के बाद नियोजित विकास प्रारंभ हुआ। वर्तमान में सेवा क्षेत्र व आईटी प्रमुख हैं, जबकि विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए ‘मेक इन इंडिया’ चल रहा है।
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17. बड़े, मध्यम, लघु व कुटीर उद्योगों की विशेषताएँ (4 अंक)
बड़े उद्योग पूंजीप्रधान, अंतरराष्ट्रीय स्तर के हैं; मध्यम और लघु स्थानीय निवेश पर आधारित; कुटीर उद्योग पारंपरिक, श्रमप्रधान। समस्याएँ: पूंजी, तकनीक, विपणन की कमी; सरकारी सहायता आवश्यक।
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18. कृषि व खनिज आधारित उद्योगों का महत्व (4 अंक)
कृषि आधारित: चीनी, कपड़ा, दुग्ध उद्योग ग्रामीण रोजगार देते हैं। खनिज आधारित: इस्पात, एल्युमिनियम उद्योग आर्थिक विकास के इंजन हैं। दोनों का निर्यात व GDP में योगदान महत्त्वपूर्ण है।
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19. भारत का भौगोलिक विस्तार व सामरिक महत्व (4 अंक)
भारत का विस्तार 8°4’N से 37°6’N और 68°7’E से 97°25’E तक है। हिमालय रक्षा कवच है, समुद्र तटीय रक्षा, व्यापार मार्ग। पड़ोसी देशों से निकटता से सामरिक सहयोग/तनाव प्रभावित होते हैं।
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20. वनों के संरक्षण में समुदायों की भूमिका व पर्यावरणीय महत्व (4 अंक)
समुदायों ने चिपको आंदोलन जैसे उदाहरणों से संरक्षण में सहयोग किया। वनों से पारिस्थितिक संतुलन, जलचक्र, कार्बन संतुलन, जैव विविधता बनाए रहते हैं। संरक्षण हेतु जन भागीदारी अत्यावश्यक है।
*1. मुख्यमंत्री ग्रामीण बस सुविधा योजना क्या है? (2 अंक, ~30 शब्द)*
यह योजना छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में सस्ती और सुलभ परिवहन सुविधा उपलब्ध कराने हेतु शुरू की गई है, जिससे सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिले।
*2. इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के बारे में लेख लिखिए (4 अंक, ~60 शब्द)*
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर, छत्तीसगढ़ का प्रमुख कृषि शिक्षा संस्थान है, जिसकी स्थापना 20 जनवरी 1987 को हुई थी। यह विश्वविद्यालय कृषि शिक्षा, अनुसंधान और विस्तार कार्यों में अग्रणी भूमिका निभाता है, जिससे राज्य के कृषकों को नवीनतम तकनीकी जानकारी और प्रशिक्षण प्राप्त होता है।
*3. सुशासन तिहार का महत्व लिखिए (4 अंक, ~60 शब्द)*
सुशासन तिहार छत्तीसगढ़ सरकार की पहल है, जिसका उद्देश्य आम जनता की समस्याओं का समयबद्ध निराकरण सुनिश्चित करना, जनकल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की समीक्षा करना और विकास कार्यों में गति लाना है। यह कार्यक्रम जनता, जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों के साथ सीधा संवाद स्थापित करता है।
*4. मुख्यमंत्री सुशासन फेलोशिप योजना क्या है? (4 अंक, ~60 शब्द)*
यह योजना छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा शुरू की गई है, जिसका उद्देश्य युवाओं को शासन और नीति निर्माण में भागीदारी का अवसर प्रदान करना है। इसके तहत चयनित फेलोज को IIM रायपुर से एमबीए करने का मौका और मासिक 50,000 रुपये की छात्रवृत्ति दी जाती है।
*5. एकतामक और संघात्मक शासन में अंतर लिखिए (4 अंक, ~60 शब्द)*
एकतामक शासन प्रणाली में सत्ता का केंद्रीकरण होता है, जैसे- ब्रिटेन; जबकि संघात्मक शासन में सत्ता का विभाजन केंद्र और राज्यों के बीच होता है, जैसे- भारत। संघात्मक प्रणाली में राज्यों को अधिक स्वायत्तता प्राप्त होती है।
*6. छत्तीसगढ़ में पेशावर दिवस का महत्व लिखिए (4 अंक, ~60 शब्द)*
पेशावर दिवस 29 जनवरी 1932 को रायपुर में मनाया गया था। यह दिवस सविनय अवज्ञा आंदोलन के दौरान विदेशी वस्त्रों के बहिष्कार और स्वदेशी आंदोलन को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया गया, जिसमें पंडित रविशंकर शुक्ल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
*7. गांधीजी के छत्तीसगढ़ दौरों का उल्लेख कीजिए (8 अंक, ~100 शब्द)*
महात्मा गांधी ने दो बार छत्तीसगढ़ का दौरा किया। पहला दौरा दिसंबर 1920 में कंडेल नहर सत्याग्रह के समर्थन में हुआ, जहाँ उन्होंने धमतरी और कुरुद का भ्रमण किया। दूसरा दौरा नवंबर 1933 में तिलक कोष और स्वराज कोष के लिए धन संग्रह हेतु हुआ, जिसमें उन्होंने बलौदाबाजार में सभा को संबोधित किया और सामाजिक समरसता का संदेश दिया।
*8. धातु और अधातुओं में अंतर स्पष्ट कीजिए (4 अंक, ~60 शब्द)*
धातु चमकदार, विद्युत और ऊष्मा के सुचालक होते हैं, जैसे- तांबा, लोहा; जबकि अधातु मृदु, भंगुर और सुचालक नहीं होते, जैसे- गंधक, फास्फोरस। धातु ठोस अवस्था में होते हैं, अधातु विभिन्न अवस्थाओं में पाए जाते हैं।
*9. परावर्तन और अपवर्तन में अंतर लिखिए (4 अंक, ~60 शब्द)*
परावर्तन वह प्रक्रिया है जिसमें प्रकाश किरणें किसी सतह से टकराकर वापस लौटती हैं, जैसे- दर्पण में; जबकि अपवर्तन में प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करते समय दिशा बदलता है, जैसे- पानी में तिरछा दिखना।
*10. CSC क्या है? ग्रामीण क्षेत्रों में इसका महत्व लिखिए (4 अंक, ~60 शब्द)*
कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत स्थापित सेवा केंद्र हैं, जो ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी और गैर-सरकारी सेवाओं की पहुँच सुनिश्चित करते हैं। ये केंद्र नागरिकों को ई-गवर्नेंस, शिक्षा, स्वास्थ्य, बैंकिंग आदि सेवाएँ प्रदान करते हैं, जिससे डिजिटल साक्षरता और सुविधा बढ़ती है।
*11. जल प्रदूषण के नियंत्रण के उपायों पर चर्चा कीजिए (8 अंक, ~100 शब्द)*
जल प्रदूषण नियंत्रण के लिए घरेलू और औद्योगिक अपशिष्टों का उचित निपटान आवश्यक है। जल स्रोतों में कचरा, रसायन और प्लास्टिक का प्रवाह रोकना चाहिए। सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स की स्थापना, जैविक खेती को प्रोत्साहन, वृक्षारोपण, और जनजागरूकता अभियानों के माध्यम से जल स्रोतों की स्वच्छता बनाए रखी जा सकती है।
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*1. छत्तीसगढ़ में प्रमुख जनजातीय विद्रोहों के नाम लिखिए (2 अंक, ~30 शब्द)*
छत्तीसगढ़ में प्रमुख जनजातीय विद्रोहों में परलकोट विद्रोह (1825), मुरिया विद्रोह (1876), भूमकाल विद्रोह (1910), और हल्बा विद्रोह (1774–1779) शामिल हैं।
*2. जैव विविधता के प्रकारों को लिखिए (4 अंक, ~60 शब्द)*
जैव विविधता के तीन प्रमुख प्रकार हैं: (1) प्रजातीय विविधता—प्रजातियों की संख्या और विविधता; (2) आनुवंशिक विविधता—एक ही प्रजाति के भीतर जीन का विविधता; और (3) पारिस्थितिक विविधता—विभिन्न पारिस्थितिक तंत्रों की विविधता।
*3. नवीनीकृत ऊर्जा स्रोत क्या है (4 अंक, ~60 शब्द)*
नवीनीकृत ऊर्जा स्रोत वे हैं जो प्राकृतिक रूप से पुनः उत्पन्न होते हैं, जैसे—सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, जलविद्युत, जैव ऊर्जा और भू-तापीय ऊर्जा। ये स्रोत पर्यावरण के लिए कम हानिकारक होते हैं और सतत विकास में सहायक होते हैं।
*4. प्रोजेक्ट हाथी क्या है (4 अंक, ~60 शब्द)*
प्रोजेक्ट हाथी भारत सरकार द्वारा 1992 में प्रारंभ किया गया एक संरक्षण कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य हाथियों और उनके आवासों की रक्षा करना है। यह परियोजना राज्यों को वित्तीय और तकनीकी सहायता प्रदान करती है और हाथी गलियारों के संरक्षण, मानव-हाथी संघर्ष को कम करने, और हाथियों की देखभाल में सहायता करती है।
*5. जल जागर अभियान के उद्देश्य लिखिए (4 अंक, ~60 शब्द)*
जल जागर अभियान छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा जल संरक्षण और प्रबंधन के लिए चलाया गया एक कार्यक्रम है। इसके उद्देश्य हैं: जल स्रोतों का संरक्षण, भूजल स्तर में सुधार, वर्षा जल संचयन को प्रोत्साहन, और समुदाय में जल संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना।
*6. प्रशासनिक नैतिकता से आप क्या समझते हैं (4 अंक, ~60 शब्द)*
प्रशासनिक नैतिकता का अर्थ है प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा ईमानदारी, निष्पक्षता, पारदर्शिता, और उत्तरदायित्व के साथ कार्य करना। यह लोकसेवकों को नैतिक मूल्यों के अनुसार निर्णय लेने और जनता की सेवा में उच्चतम मानकों का पालन करने के लिए प्रेरित करता है।
*7. भारत में जनगणना के इतिहास पर एक लेख लिखिए (8 अंक, ~100 शब्द)*
भारत में पहली बार जनगणना 1872 में प्रारंभ हुई, और 1881 में पहली पूर्ण जनगणना आयोजित की गई। तब से प्रत्येक 10 वर्षों में जनगणना आयोजित होती रही है। यह प्रक्रिया देश की सामाजिक, आर्थिक, और जनसांख्यिकीय जानकारी एकत्रित करने में महत्वपूर्ण रही है। 2021 की जनगणना COVID-19 महामारी के कारण स्थगित हुई। हाल ही में, सरकार ने आगामी जनगणना में जातीय विवरण शामिल करने की घोषणा की है, जो 1931 के बाद पहली बार होगा।
*8. प्लेटो के न्याय सिद्धांत की व्याख्या कीजिए (8 अंक, ~100 शब्द)*
प्लेटो के अनुसार, न्याय तब होता है जब समाज के प्रत्येक वर्ग—शासक, रक्षक, और उत्पादक—अपने-अपने कर्तव्यों का पालन करते हैं और दूसरों के कार्यों में हस्तक्षेप नहीं करते। उन्होंने ‘द रिपब्लिक’ में एक आदर्श राज्य की कल्पना की, जहाँ दार्शनिक-राजा शासन करते हैं। प्लेटो के अनुसार, आत्मा के तीन भाग होते हैं: तर्कसंगत, आत्मीय, और इच्छाशक्ति, और न्याय तब होता है जब ये तीनों भाग संतुलन में रहते हैं।
*9. अरविंद के संपूर्ण योग का वर्णन कीजिए (8 अंक, ~100 शब्द)*
श्री अरविंद द्वारा विकसित संपूर्ण योग, जिसे ‘इंटीग्रल योग’ भी कहा जाता है, आत्मा, मन, और शरीर की समग्र आध्यात्मिक साधना है। इसका उद्देश्य न केवल आत्मा की मुक्ति है, बल्कि दिव्यता को जीवन में लाना भी है। यह योग ज्ञान, भक्ति, और कर्म योग का समन्वय है, जो व्यक्ति को ईश्वर के साथ एकीकृत करता है और मानवता के सामूहिक विकास की ओर अग्रसर करता है।
*10. पुरुषार्थ के प्रकारों की व्याख्या कीजिए (8 अंक, ~100 शब्द)*
हिंदू दर्शन में चार पुरुषार्थ हैं: (1) धर्म—नैतिकता और कर्तव्य; (2) अर्थ—आर्थिक समृद्धि; (3) काम—इच्छाओं की पूर्ति; और (4) मोक्ष—आत्मिक मुक्ति। ये चारों जीवन के उद्देश्य को संतुलित रूप से प्राप्त करने में सहायक होते हैं। धर्म जीवन के नैतिक मार्गदर्शन को सुनिश्चित करता है, अर्थ और काम भौतिक आवश्यकताओं की पूर्ति करते हैं, और मोक्ष आत्मा की अंतिम मुक्ति का लक्ष्य है।
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